मंगलवार, 22 जनवरी 2013

विश्व हिंदी दिवस 2013 एवं राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह 2012-13


विश्व हिंदी दिवस 2013 एवं राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह 2012-13

मंचस्थः (बाएँ से) श्री एमपी सिंह, क्षे.प्र., श्री जेपी श्योकंद, उप महाप्रबंधक, श्री एसके अरोड़ा, क्षे.प्र. तथा गाते हुए श्रीमती राधा रामकृष्णन
 दिनांक 10 जनवरी, 2013 को दि न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय-1 द्वारा शाम 4.15 बजे जीवन भारती, तल-5 पर विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप महाप्रबंधक श्री जयप्रकाश श्योकंद ने की। क्षेत्रीय प्रबंधक(राजभाषा) श्री सुरेंद्र कुमार अरोड़ा एवं क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एम.पी. सिंह ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से मंच की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर एक लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया साथ ही विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं के विजेताओँ को उप महाप्रबंधक महोदय ने अपने करकमलों से पुरस्कृत किया।
संबोधित करते हुए उप महाप्रबंधक श्री जय प्रकाश श्योकंद व तल्लीनता से श्रवण करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एसके अरोड़ा
 कार्यक्रम का आरंभ श्रीमती राधा रामकृष्णन द्वारा गाई ईश वंदना से किया गया। तत्पश्चात स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए प्रबंधक श्री कैलाश चंद्र सिद्धार्थ ने अपने आरंभ के दिनों का स्मरण करते हुए बताया कि उनकी रोज़ी-रोटी की शुरुआत केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो में हिंदी अनुवादक के रूप में हुई थी, इसलिए वे आधिकारिक रूप से हिंदी के प्रभारी रहें या न रहें व्यावहारिक रूप से वे सदैव हिंदी से जुड़े रहेंगे।
ग़ज़ल प्रस्तुत करते हुए श्रीमती राधा रामकृष्णन व साथ में हैं श्री राजेश मोंगा

स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए प्रबंधक श्री कैलाश चंद्र सिद्धार्थ
इसके पश्चात कार्मिकों द्वारा एक लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजभाषा अधिकारी श्री भूपेंद्र कुमार ने विश्व हिंदी दिवस के इतिहास पर प्रकाश डाला एवं नव-वर्ष 2013 के स्वागत में एक स्वरचित गीत सस्वर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में श्री राजेश मोंगा द्वारा प्रस्तुत करोके संगीत, श्रीमती राधा रामकृष्णन द्वारा प्रस्तुत ग़ज़ल विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अतिरिक्त श्रीमती प्रभा मल्होत्रा, श्रीमती विमला डेलवान व श्री अशोक मित्तल ने अपनी-अपनी मौलिक कविताओं का पाठ किया तथा श्री राजीव शर्मा व श्री राजेश मोंगा ने अपने हास्य विनोद से श्रोताओं को गुदगुदाया।
संबोधन के उपरांत कविता प्रस्तुत करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक श्री सुरेंद्र कुमार अरोड़ा
इस कड़ी में क्षेत्रीय प्रबंधक श्री सुरेंद्र कुमार अरोड़ा ने भी स्वर्गीय ओमप्रकाश आदित्य रचित एक हास्य-व्यंग्य की कविता प्रस्तुत की जिसमें यह दर्शाया गया था कि एक ही भाव को अलग-अलग रस के हिंदी कवि किस प्रकार व्यक्त करते। उनकी इस प्रस्तुति का दर्शकों ने भरपूर आनंद उठाया।
मोहम्मद राशिद उप महाप्रबंधक श्री जय प्रकाश श्योकंद से पुरस्ककार  प्राप्त करते हुए
इसके उपरांत विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा हिंदी में कार्य करने पर नकद प्रोत्साहन योजना प्रतियोगिता के विजेताओं को उप महाप्रबंधक महोदय ने अपने करकमलों से पुरस्कार वितरित किए।
श्रोतागण
अंत में अपने अध्यक्षीय संबोधन में उप महाप्रबंधक श्री जयप्रकाश श्योकंद ने राजभाषा अधिकारी को विश्व हिंदी दिवस व राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित करने के लिए बधाई दी और विश्व हिंदी दिवस के बारे में दी गई जानकारी की कौन बनेगा करोड़पति के प्रश्नों से तुलना करते हुए इसे स्मरणीय बताया। कार्यक्रम में प्रस्तुत कविताओं से आत्मविभोर होकर उन्होंने भी एक भावभीनी हिंदी कविता प्रस्तुत की जिसमें माँ के महत्व को रेखांकित किया गया। सभी ने मुग्ध भाव से उनकी इस काव्य प्रस्तुति का आनंद उठाया।

अंत में राष्ट्रगान एवं अल्पाहार वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।


मंगलवार, 1 जनवरी 2013

गीत - स्वागत नूतन वर्ष का है



अवसर दुख संग हर्ष का है
स्वागत नूतन वर्ष का है
पर-हित को है जो जीता
उसके लिए उत्कर्ष का है
स्वागत नूतन.............

                  जिस हरकत पर शर्म करो
                  ऐसा ना तुम कर्म करो
                  उत्पीड़न या हिंसा हो
                  शब्द बड़ा अपकर्ष का है
                  स्वागत नूतन.............

बहस निरंतर हम करते
निर्णय लेकिन कम करते
धरने-वादे बहुत हुए
अब अवसर निष्कर्ष का है
स्वागत नूतन...............
                 
                  हर प्राणी श्रम जब करता
                  देश तरक़्क़ी तब करता
                  लक्ष्य शिखर को छूना है
                  क़िस्सा फ़र्श से अर्श का है
                  स्वागत नूतन................
-भूपेंद्र कुमार

अखिल भारतीय हिंदी अधिकारी सम्‍मेलन 2012



‘’हिंदी भारतीय भाषाओं की एकता की कड़ी है।‘’
भारतीय संघ की हर भाषा महत्‍वपूर्ण है। भारतीय संविधान ने इसी उद्देश्‍य से हिंदी सहित भारत की समस्‍त भाषाओं को राजभाषा के रूप में मान्‍यता प्रदान की है। हिंदी समस्‍त भारतीय भाषाओं के मध्‍य संपर्क सूत्र का कार्य करती हैं। आज भारतीय भाषाओं को हिंदी के साथ कदम से कदम मिलाकर भारत को मजबूत करना होगा। यह उद्गार दिनांक 13 दिसंबर 2012 को मैसूर के दि कोरम होटल में दि न्‍यू इंडिया एश्‍योरेंस कंपनी लि. के महा प्रबंधक श्री पी नायक ने अखिल भारतीय हिंदी अधिकारी सम्‍मेलन के उद्घाटन के अवसर पर व्‍यक्‍त किए।
बाएँ सेः बेंगलुरु क्षेका के उमप्र श्री नारंबुनाथन, महा प्रबंधक श्री पी नायक,  बेंक्षेका के क्षेप्र डॉ पी चंद्र बाबू व मुख्य क्षेप्र श्री संजीव सिंह
न्‍यू इंडिया एश्योरेंस द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय सम्‍मेलन में देश के हर प्रांत से हिंदी अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन न्‍यू इंडिया के महाप्रबंधक श्री पी. नायक ने किया एवं अध्‍यक्षता बेंगलूर क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक श्री सी.नारम्‍बुनाथन की। विशिष्‍ट अतिथि के रूप में मुख्‍यालय के हिंदी विभाग के प्रभारी मुख्‍य प्रबंधक श्री संजीव सिंह तथा बेंगलूर क्षेत्रीय कार्यालय के हिन्‍दी विभाग के प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ.पी.चन्‍द्र बाबू उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए दिक्षेका-1 के राभाअ श्री भूपेंद्र कुमार
सम्‍मेलन के पहले दिन सभी हिंदी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में राजभाषा हिंदी के कार्यान्‍वयन एवं प्रचार-प्रसार के संबंध में जानकारी दी। दूसरे दिन के मुख्‍य वक्‍ता के रूप में दिल्‍ली से केन्‍द्रीय अनुवाद ब्‍यूरो के निदेशक डॉ.श्रीनारायण सिंह ने अपनी ओजस्‍वी वाणी में देश के भाषाई परिदृश्‍य एवं अनुवाद की सुघड़ता व सरलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि अभी हमारे देश में यह भ्रम व्‍याप्‍त है कि अंग्रेजी दुनिया की सबसे शक्तिशाली भाषा है, मगर पाश्‍चात्‍य देशों की विभिन्‍न रिपोर्टो की आधार पर यह स्‍पष्‍ट है सन् 2050 तक हिंदी पूरी दुनिया की सबसे शक्तिशाली भाषा होग, क्‍योंकि तब तक भारत की अर्थव्‍यवस्‍था भी सबसे मज़बूत अर्थव्‍यवस्‍था हो चुकी होगी, और जिसकी अर्थव्‍यवस्‍था मजबूत होती है भाषा भी उसी की चलती है। 
व्याख्यान देते हुए डॉ श्रीनारायण सिंह, मचस्थ हैं श्री संजीव सिंह, मुख्य क्षेप्र, प्रधान कार्यालय व डॉ पी चंद्र बाबू, क्षेप्र, बेगलूरु क्षेका
इस अवसर पर प्रधान कार्यालय द्वारा प्रकाशित हिंदी पत्रिका अर्जन के नवीनतम अंक का लोकार्पण भी किया गया तथा उत्‍कृष्‍ट हिंदी सेवा के लिए दिल्ली, बेंगलूरु, भोपोल, कानपुर व मुंबई क्षेत्रीय कार्यालयों को विभिन्न मदों के अंतर्गत वैजयंती व प्रमाण-पत्र से सम्‍मानित किया गया।
न्यू इंडिया की हिंदी पत्रिका अर्जन का लोकार्पण

दिल्ली क्षेका-2 के हिंदी अधिकारी श्री गोपाल हरे पुरस्कार प्राप्त करते हुए