मंगलवार, 1 जनवरी 2013

अखिल भारतीय हिंदी अधिकारी सम्‍मेलन 2012



‘’हिंदी भारतीय भाषाओं की एकता की कड़ी है।‘’
भारतीय संघ की हर भाषा महत्‍वपूर्ण है। भारतीय संविधान ने इसी उद्देश्‍य से हिंदी सहित भारत की समस्‍त भाषाओं को राजभाषा के रूप में मान्‍यता प्रदान की है। हिंदी समस्‍त भारतीय भाषाओं के मध्‍य संपर्क सूत्र का कार्य करती हैं। आज भारतीय भाषाओं को हिंदी के साथ कदम से कदम मिलाकर भारत को मजबूत करना होगा। यह उद्गार दिनांक 13 दिसंबर 2012 को मैसूर के दि कोरम होटल में दि न्‍यू इंडिया एश्‍योरेंस कंपनी लि. के महा प्रबंधक श्री पी नायक ने अखिल भारतीय हिंदी अधिकारी सम्‍मेलन के उद्घाटन के अवसर पर व्‍यक्‍त किए।
बाएँ सेः बेंगलुरु क्षेका के उमप्र श्री नारंबुनाथन, महा प्रबंधक श्री पी नायक,  बेंक्षेका के क्षेप्र डॉ पी चंद्र बाबू व मुख्य क्षेप्र श्री संजीव सिंह
न्‍यू इंडिया एश्योरेंस द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय सम्‍मेलन में देश के हर प्रांत से हिंदी अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन न्‍यू इंडिया के महाप्रबंधक श्री पी. नायक ने किया एवं अध्‍यक्षता बेंगलूर क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक श्री सी.नारम्‍बुनाथन की। विशिष्‍ट अतिथि के रूप में मुख्‍यालय के हिंदी विभाग के प्रभारी मुख्‍य प्रबंधक श्री संजीव सिंह तथा बेंगलूर क्षेत्रीय कार्यालय के हिन्‍दी विभाग के प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ.पी.चन्‍द्र बाबू उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए दिक्षेका-1 के राभाअ श्री भूपेंद्र कुमार
सम्‍मेलन के पहले दिन सभी हिंदी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में राजभाषा हिंदी के कार्यान्‍वयन एवं प्रचार-प्रसार के संबंध में जानकारी दी। दूसरे दिन के मुख्‍य वक्‍ता के रूप में दिल्‍ली से केन्‍द्रीय अनुवाद ब्‍यूरो के निदेशक डॉ.श्रीनारायण सिंह ने अपनी ओजस्‍वी वाणी में देश के भाषाई परिदृश्‍य एवं अनुवाद की सुघड़ता व सरलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि अभी हमारे देश में यह भ्रम व्‍याप्‍त है कि अंग्रेजी दुनिया की सबसे शक्तिशाली भाषा है, मगर पाश्‍चात्‍य देशों की विभिन्‍न रिपोर्टो की आधार पर यह स्‍पष्‍ट है सन् 2050 तक हिंदी पूरी दुनिया की सबसे शक्तिशाली भाषा होग, क्‍योंकि तब तक भारत की अर्थव्‍यवस्‍था भी सबसे मज़बूत अर्थव्‍यवस्‍था हो चुकी होगी, और जिसकी अर्थव्‍यवस्‍था मजबूत होती है भाषा भी उसी की चलती है। 
व्याख्यान देते हुए डॉ श्रीनारायण सिंह, मचस्थ हैं श्री संजीव सिंह, मुख्य क्षेप्र, प्रधान कार्यालय व डॉ पी चंद्र बाबू, क्षेप्र, बेगलूरु क्षेका
इस अवसर पर प्रधान कार्यालय द्वारा प्रकाशित हिंदी पत्रिका अर्जन के नवीनतम अंक का लोकार्पण भी किया गया तथा उत्‍कृष्‍ट हिंदी सेवा के लिए दिल्ली, बेंगलूरु, भोपोल, कानपुर व मुंबई क्षेत्रीय कार्यालयों को विभिन्न मदों के अंतर्गत वैजयंती व प्रमाण-पत्र से सम्‍मानित किया गया।
न्यू इंडिया की हिंदी पत्रिका अर्जन का लोकार्पण

दिल्ली क्षेका-2 के हिंदी अधिकारी श्री गोपाल हरे पुरस्कार प्राप्त करते हुए


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