विश्व हिंदी दिवस 2013 एवं राजभाषा
पुरस्कार वितरण समारोह 2012-13
मंचस्थः (बाएँ से) श्री एमपी सिंह, क्षे.प्र., श्री जेपी श्योकंद, उप महाप्रबंधक, श्री एसके अरोड़ा, क्षे.प्र. तथा गाते हुए श्रीमती राधा रामकृष्णन |
संबोधित करते हुए उप महाप्रबंधक श्री जय प्रकाश श्योकंद व तल्लीनता से श्रवण करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एसके अरोड़ा |
कार्यक्रम का आरंभ श्रीमती राधा
रामकृष्णन द्वारा गाई ईश वंदना से किया गया। तत्पश्चात स्वागत भाषण
प्रस्तुत करते हुए प्रबंधक श्री कैलाश चंद्र सिद्धार्थ ने अपने आरंभ के दिनों
का स्मरण करते हुए बताया कि उनकी रोज़ी-रोटी की शुरुआत केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो में
हिंदी अनुवादक के रूप में हुई थी, इसलिए वे आधिकारिक रूप से हिंदी के प्रभारी रहें
या न रहें व्यावहारिक रूप से वे सदैव हिंदी से जुड़े रहेंगे।
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ग़ज़ल प्रस्तुत करते हुए श्रीमती राधा रामकृष्णन व साथ में हैं श्री राजेश मोंगा |
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स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए प्रबंधक श्री कैलाश चंद्र सिद्धार्थ |
इसके पश्चात कार्मिकों द्वारा एक
लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए
राजभाषा अधिकारी श्री भूपेंद्र कुमार ने विश्व हिंदी दिवस के इतिहास पर प्रकाश
डाला एवं नव-वर्ष 2013 के स्वागत में एक स्वरचित गीत सस्वर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम
में श्री राजेश मोंगा द्वारा प्रस्तुत करोके संगीत, श्रीमती राधा रामकृष्णन
द्वारा प्रस्तुत ग़ज़ल विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अतिरिक्त श्रीमती
प्रभा मल्होत्रा, श्रीमती विमला डेलवान व श्री अशोक मित्तल ने अपनी-अपनी मौलिक
कविताओं का पाठ किया तथा श्री राजीव शर्मा व श्री राजेश मोंगा ने अपने
हास्य विनोद से श्रोताओं को गुदगुदाया।
संबोधन के उपरांत कविता प्रस्तुत करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक श्री सुरेंद्र कुमार अरोड़ा |
इस कड़ी में क्षेत्रीय
प्रबंधक श्री सुरेंद्र कुमार अरोड़ा ने भी स्वर्गीय ओमप्रकाश आदित्य रचित एक
हास्य-व्यंग्य की कविता प्रस्तुत की जिसमें यह दर्शाया गया था कि एक ही भाव को
अलग-अलग रस के हिंदी कवि किस प्रकार व्यक्त करते। उनकी इस प्रस्तुति का दर्शकों ने
भरपूर आनंद उठाया।
मोहम्मद राशिद उप महाप्रबंधक श्री जय प्रकाश श्योकंद से पुरस्ककार प्राप्त करते हुए |
इसके उपरांत विभिन्न हिंदी
प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा हिंदी में कार्य करने पर नकद प्रोत्साहन योजना
प्रतियोगिता के विजेताओं को उप महाप्रबंधक महोदय ने अपने करकमलों से पुरस्कार
वितरित किए।
श्रोतागण |
अंत में अपने अध्यक्षीय
संबोधन में उप महाप्रबंधक श्री जयप्रकाश श्योकंद ने राजभाषा अधिकारी को विश्व
हिंदी दिवस व राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित करने के लिए बधाई दी और विश्व
हिंदी दिवस के बारे में दी गई जानकारी की कौन बनेगा करोड़पति के प्रश्नों से तुलना
करते हुए इसे स्मरणीय बताया। कार्यक्रम में प्रस्तुत कविताओं से आत्मविभोर होकर
उन्होंने भी एक भावभीनी हिंदी कविता प्रस्तुत की जिसमें माँ के महत्व को रेखांकित
किया गया। सभी ने मुग्ध भाव से उनकी इस काव्य प्रस्तुति का आनंद उठाया।
अंत में राष्ट्रगान एवं अल्पाहार
वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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